किशोर लड़का, लड़की एक समान!
नमस्कार दोस्तों, स्वागत है आपका हमारी “कॉन्फिडेंट टीन पेरेंटिंग” के इस वेबसाईट पर। दोस्तों, हर एक किशोर के जीवन में किशोरावस्था एक महत्वपूर्ण और चुनौतीपूर्ण दौर होता है, चाहे किशोर लड़का हो या लड़की। इस दौरान उनके शारीरिक और मानसिक रुपो में बड़े बदलाव अणे शुरु होते हैं और इन सभी चुनोतीया का हर दिन हर पल इन्हे सामना करना पडता है। जरा खुदकी किशोरावस्था के दौर में जाकर तो देखों तब आपके साथ क्या हुवा था?
इसी दौर में हमें लड़के और लड़कियों के बीच किसी भी तरह का भेदभाव नहीं करना चाहिए। दोनों को समान रूप से सम्मान और समर्थन मिलना चाहिए। एक सर्वेक्षण के अनुसार, लगभग 60% किशोर लड़कियां अपने माता-पिता से उतनी खुलकर बात नहीं कर पातीं, जितना लड़के कर पाते हैं। यह एक गंभीर समस्या है क्योंकि लड़कियों को भी अपनी भावनाओं और विचारों को व्यक्त करने की आजादी होनी चाहिए।
एक अन्य अध्ययन से पता चलता है कि लड़के अक्सर अपने आत्मविश्वास और आत्म-मूल्यांकन से संघर्ष करते हैं, क्योंकि समाज में उनसे कुछ विशेष अपेक्षाएं होती हैं। इसलिए हमें अपने किशोरों को समझना और उनकी भावनाओं को सम्मान देना होगा।
चाहे लड़का हो या लड़की, प्रत्येक किशोर एक अलग व्यक्तित्व है और उनके अनुभव भिन्न होते हैं। हम माता-पिता के रूप में उनकी आवाज सुनने और उनका मार्गदर्शन करने के लिए प्रतिबद्ध होने की आवश्यकता है। केवल तभी हम एक विश्वसनीय और खुले माहौल में उनका विकास सुनिश्चित कर सकते हैं।
तो आईये एक नये युग का आरंभ करते है और अपने बच्चे को एक बेहतरीन जीवन बनाने में मदद करते हैं!